वायु प्रदूषण से ऐसे प्रभावित होती है बुजुर्गों की सेहत, ये उपाय करने से रहेंगे सुरक्षित

वायु प्रदूषण से ऐसे प्रभावित होती है बुजुर्गों की सेहत, ये उपाय करने से रहेंगे सुरक्षित

सेहतराग टीम

आज के समय वायु प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ये समस्या सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है। हमें स्वस्थ रहने के लिए जिस तरह खाना और पानी की जरूरत है वैसे ही शुद्ध और ताजी हवा की जरूरत है। प्रदूषित हवा में सांस न लेने की वजह से लोग कई तरह की बीमारियों चपेट में आ रहे हैं। जैसे- फेफड़ों से जुड़ी परेशानियां, आंखों से जुड़ी परेशानियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं आदि। बच्चे, बूढ़े या बुजुर्ग और जवान सभी के लिए यह हानिकारक है, लेकिन बुजुर्गों के लिए अधिक हानिकारक है, क्योंकि वायु प्रदूषण के कारण बुजुर्गों को कई तरह की गंभीर बीमारियां हो रही हैं। आइए जानते हैं वायु प्रदूषण बुजुर्गों की सेहत पर क्या प्रभाव डालता है।

पढ़ें- मास्क पहनकर सिर्फ कोरोना से ही नहीं बल्कि इन गंभीर समस्याओं से भी बचेंगे

दरअसल उम्र बढ़ने के बाद बुजुर्गों के अंगों की कार्यक्षमता कम हो जाती है यानी बुजुर्गों के शरीर के कई अंग काफी धीमी गति से कार्य करते हैं। जैसे कि उनके फेफड़े हवा को फिल्टर नहीं कर पाते है। इस वजह से बुजुर्गों को सांस से जुड़ी कई प्रकार की परेशानियां होने लगती हैं।

आइए अब वायु प्रदूषण से बुजुर्गों पर पड़ने वाले दूसरे प्रभावों के बारे में जानते हैं।

हृदय पर प्रभाव

जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है बुजुर्गों के हृदय की क्रिया यानी हृदय के कार्य करने की क्षमता धीमी होने लगती है।  प्रदूषित हवा में सांस लेने से रक्त का प्रवाह धीमा पड़ जाता है जिससे बुजुर्गों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

सांस लेने में तकलीफ

वयस्कों की तुलना में बुजुर्गों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें बीमारियां तेजी से पकड़ती हैं। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली को हवा में मौजूद हानिकारक प्रदूषकों से निपटने में कठिनाई होती है। इसके कारण बुजुर्गों को गंभीर अस्थमा और सांस लेने में तकलीफ की समस्या हो जाती है।

आंखों से जुड़ी परेशानियां

बुजुर्गों को आंखें से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वायु प्रदूषण के कारण आंखों की समस्याएं बढ़ जाती हैं। हवा में मौजूद धूल के कण से बुजुर्गों के आंखों की रोशनी धुंधली हो जाती है जिसके उन्हें देखने में परेशानी होती है। वायु प्रदूषण के कारण आंखों में खुजली, गले में खराश और त्वचा पर चकत्ते बुजुर्गों में होने वाली एक आम समस्या है।

बुजुर्गों को वायु प्रदूषण से कैसे बचाएं

  • आउटडोर एयर की अपेक्षा इनडोर एयर 5 से 10गुनी अधिक प्रदूषित होती है। बुजुर्गों को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए घर में एयर प्यूरिफायर लगवाएं। यह हानिकारक प्रदूषकों को फिल्टर करता है जिससे घर की वायु शुद्ध होती है।
  • घर के अंदर धूम्रपान न करें। इससे बुजुर्गों के फेफड़ों पर खराब असर पड़ता है और उन्हें सांस से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं।
  • वायु को शुद्ध करने के लिए घर और आसपास एलोवेरा, गार्डन मम, स्पाइडर प्लांट, पीस लिली जैसे पौधे लगाएं। इससे बुजुर्गों को ताजी हवा मिलेगी।
  • चूंकि वायु प्रदूषण का प्रभाव बुजुर्गों पर सबसे अधिक पड़ता है इसलिए उन्हें सुरक्षित रखने के सभी उपाय करने चाहिए। साथ ही उन्हें स्वास्थ्य समस्याएं होने पर तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए।

इसे भी पढ़ें-

गले में खराश की परेशानी कोरोना की वजह से है या प्रदूषण, ऐसे पहचानें

प्रदूषण से आंखों को ऐसे सुरक्षित रखें

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।